पूर्वोत्तर रेलवे के प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड द्वारा अमल में लाए जाने की स्वीकृति मिल गई है अब गोरखपुर से गोमतीनगर होते हुए पुरी तक एक स्पेशल ट्रेन का संचालन किया जाएगा। फिलहाल रूठ, स्टाप, टाइमिंग और संचालन की तिथि को लेकर अंतिम निर्णय ईस्ट कोस्ट रेलवे से नहीं लिया गया है लेकिन यात्रियों की सुविधा को देखते हुए संभवतः यह स्पेशल ट्रेन भटनी, मऊ, वाराणसी व गया होते हुए चलाई। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में व्यस्तता की वजह फिलहाल ईस्ट कोस्ट रेलवे की ओर से सहमति नहीं मिल पा रही है लेकिन रेलवे बोर्ड से अनुमति मिलने के बाद से ही पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन द्वारा इससे संबंधित दूसरे जोन और विभागों से विचार विमर्श करके ट्रेन के संचालन से जुड़ी तैयारियाँ शुरू कर दी गई हैं।

उत्तर प्रदेश के पूर्वोत्तर इलाके से हजारों की संख्या में लोग पुरी की यात्रा में शामिल होते हैं इसीलिए पिछले कुछ सालों से गोरखपुर से सीधे पुरी के लिए ट्रेन के संचालन की माँग उठाई जा रही थी फिर आईआरसीटीसी द्वारा भारत दर्शन ट्रेन का संचालन बंद किए जाने के बाद श्रद्धालुओं की समस्या और बड़ी हो गई थी। वैसे भले ही इस वर्ष श्रद्धालु सीधी ट्रेन यात्रा कर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में शामिल नहीं हो पाए हों लेकिन अगले साल से श्रद्धालुओं को भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा का दर्शन करने जाने में कोई बाधा नहीं आएगी।
खबरों के अनुसार पूर्वोत्तर रेलवे के प्रस्ताव पर पूर्वोत्तर रेलवे से पुरी जाने वाली इस स्पेशल ट्रेन का संचालन गोरखपुर से ही किया जाना था परंतु यात्रियों की परेशानियों के मद्देनजर ट्रेन के रूट का विस्तार गोमतीनगर तक किया गया है। 15 जुलाई तक रथ यात्रा पूरा हो जाने के बाद ईस्ट कोस्ट रेलवे और दूसरे जोन की सहमति से रूट, ठहराव और समय का निर्धारण किए जाने की संभावना है।